Shahar Khabar

खबर वही जो असर दिखाए

PM मोदी की दो टूक- ‘भ्रष्टाचारियों के खिलाफ एजेंसियों की कार्रवाई नहीं रुकेगी’

 नई दिल्ली
लोकसभा चुनावों से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी धुआंधार चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं. पीएम एक दिन में 2 से 3 राज्यों के अलग-अलग शहरों में जाकर चुनावी रैलियों और जनसभाओं को संबोधित कर रहे हैं. इस बीच पीएम मोदी ने 'हिंदुस्तान' को दिए एक इंटरव्यू में कहा है कि भ्रष्टाचारियों के खिलाफ जांच एजेंसियों का एक्शन जारी है और यह कार्रवाई अब नहीं रुकेगी.

पीएम मोदी ने आगे कहा कि भ्रष्टाचार दूर करने के साथ-साथ जनता की भलाई के लिए किए जाने वाले कामों में भी कोताही नहीं बरती जा सकती है. प्रधानमंत्री ने कहा कि 2014 में जब बीजेपी सत्ता में आई तो कई स्तरों पर भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई की शुरुआत की गई. उन्होंने कहा,'हमनें 10 करोड़ से ज्यादा ऐसे फर्जी लाभार्थियों को कागजों से निकालकर बाहर फेंक दिया, जिसके कारण पौने तीन लाख करोड़ रुपए गलत हाथों में जाने से बच गए.

ED ने अटैच की 20 गुना ज्यादा प्रॉपर्टी

प्रवर्तन निदेशालय (ED) के एक्शन पर बयान देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा,'ईडी ने 2014 से पहले तक केवल 5 हजार करोड़ रुपए की प्रॉपर्टी अटैच की थी. लेकिन 2014 के बाद पिछले 10 सालों में ही ईडी ने एक लाख करोड़ रुपए की प्रॉपर्टी अटैच कर ली. 2014 से पहले ईडी ने महज 34 लाख रुपए ही जब्त किए थे, लेकिन इस सरकार में यह आकड़ा 2200 करोड़ रुपए पहुंच गया.

विपक्ष मान चुका है कि NDA ही जीतेगा

प्रधानमंत्री मोदी से जब पूछा गया कि इस चुनाव में उत्साह या कोई लहर क्यों नजर नहीं आ रही. इस सवाल पर विपक्ष पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा कि विपक्ष भी यह मान चुका है कि एनडीए की ही सरकार आएगी. आज हमारा भारत दुनिया की पांचवी सबसे बड़ी इकॉनामी बन गया है. 500 साल के इंतजार के बाद अयोध्या में भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर का शुभारंभ हुआ है. कश्मीर से आर्टिकल 370 की बेड़ियों को आजाद कर दिया गया है.

इथेनॉल ब्लेंडिंग पर सरकार का फोकस

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि पहली बार देश के लोगों को बीजेपी और कांग्रेस के मॉडल में तुलना करने का स्पष्ट मौका मिला है. इथेनॉल ब्लेंडिंग की अहमियत बताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बताया कि इथेनॉल डिस्टिलरीज में केंद्र सरकार ने 40 हजार करोड़ रुपए का इंवेस्टमेंट किया है. फॉसिल फ्यूल (जीवाश्म ईंधन) पर हम अपनी निर्भरता कम कर रहे हैं.