गुरदासपुर
किसान मजदूर संघर्ष कमेटी पंजाब के नेतृत्व में किसान संगठन के जिला नेता गुरप्रीत सिंह खानपुर, जिला प्रेस सचिव सुखदेव अलड़पिंडी की देखरेख में बासमती और धान आधे से भी कम दाम पर बिकने से जिला गुरदासपुर के असंतुष्ट किसानों ने जहां पहले गुरदासपुर में जिलाधीश कार्यालय के सामने बासमती के ढेर लगाकर केन्द्र और पंजाब सरकार के खिलाफ जम कर नारेबाजी की, वहीं शहर की सड़कों पर बासमती बिखेर दी गई।
इस मौके पर नेताओं और आम किसानों ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि किसानों की बासमती को औने-पौने दाम पर लूटा जा रहा है। उन्होंने कहा कि बासमती किस्म 1692 और 1509 और 1847 का रेट 2000 से 2300 तक मिल रहा है। लेकिन कुछ किसानों की फसल 1800 तक बिकी है। जबकि पिछले साल इसी फसल का रेट 3500-4000 के बीच था। जिससे प्रत्येक किसान को 25-30 हजार का सीधा नुकसान उठाना पड़ता है। उन्होंने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री ने कहा था कि अगर बासमती का रेट 3200 रुपये से कम कर दिया जाए तो पंजाब सरकार इस घाटे को पूरा कर देगी, लेकिन ऐसे में पंजाब सरकार चुप बैठी है और किसानों को लूटा जा रहा है।
उन्होंने कहा कि इतने बड़े नुकसान के कारण किसान और उससे जुड़ा मजदूर आत्महत्याएं कर सकता है। उन्होंने कहा कि क्योंकि पंजाब ने देश के किसानों के हक में मजबूती से आवाज उठाई है, इसलिए केन्द्र सरकार पंजाब के साथ सौतेली मां जैसा व्यवहार कर रही है और बदले की भावना के तहत पंजाब की बासमती को बेकदर किया जा रहा है।
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