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छोटू वसावा के बेटे दिलीप भरूच लोकसभा सीट से बीएपी उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ेंगे

छोटू वसावा के बेटे दिलीप भरूच लोकसभा सीट से बीएपी उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ेंगे

राजस्थान के पूर्व पुलिस महानिदेशक भाजपा में शामिल हुए

गुरूग्राम प्रशासन ने चिंटेल्स पाराडाइसो के 'असुरक्षित' टावरों को गिराने का आदेश दिया

भरूच,
वरिष्ठ आदिवासी नेता छोटू वसावा ने  घोषणा की कि गुजरात की भरूच लोकसभा सीट से उनके छोटे बेटे दिलीप वसावा भारत आदिवासी पार्टी (बीएपी) के प्रत्याशी रूप में चुनाव लड़ेंगे।

बीएपी का गठन वर्ष 2023 में राजस्थान में हुआ था जहां उसने तीन विधानसभा सीट पर जीत दर्ज की थी। पार्टी ने पिछले साल मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में भी एक विधानसभा सीट जीती थी।

छोटू वसावा (78) पिछले महीने पार्टी में शामिल हुए थे। छोटू वसावा ने एक वीडियो बयान में कहा, ''हमारी समिति ने उन सभी सीट पर चर्चा करने के लिए बैठक की जिन पर बीएपी आगामी लोकसभा चुनाव में चुनाव लड़ेगी और भरूच से दिलीप छोटू वसावा को मैदान में उतारने का फैसला किया गया।''

उन्होंने कहा कि बीएपी आदिवासियों के हितों के लिए अपनी लड़ाई जारी रखेगी। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने भरूच से अपने मौजूदा सांसद मनसुख वसावा को मैदान में उतारा है, जबकि विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' ने आम आदमी पार्टी (आप) के नेता चैतर वसावा को उम्मीदवार बनाया है।

वर्ष 2017 में छोटू वसावा ने भारतीय ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) का गठन किया जो जनता दल-यूनाइटेड (जदयू) छोड़ने के बाद अब निष्क्रिय हो चुकी है।

छोटू वसावा के छोटे बेटे दिलीप वसावा कुछ समय से बीएपी में सक्रिय हैं और राष्ट्रीय स्तर पर पार्टी के प्रमुख पदाधिकारियों में से एक हैं। उनके बड़े बेटे और तत्कालीन बीटीपी अध्यक्ष महेश वसावा हाल ही में सत्तारूढ़ भाजपा में शामिल हो गए।

वर्ष 2017 के गुजरात विधानसभा चुनाव में बीटीपी की तरफ से छोटू वसावा ने झगडिया सीट से और उनके बेटे महेश वसावा ने डेडियापाड़ा सीट से जीत हासिल की थी।

वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में महेश को आप नेता चैतर वसावा ने डेडियापाड़ा सीट पर हरा दिया था।

गुजरात की सभी 26 लोकसभा सीट के लिए चुनाव एकल चरण में सात मई को होगा।

 

राजस्थान के पूर्व पुलिस महानिदेशक भाजपा में शामिल हुए

जयपुर
राजस्थान में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) के महानिदेशक रहे बी एल सोनी  यहां भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए।

भाजपा के प्रदेश कार्यालय में पार्टी ज्वाइंनिंग कमेटी के संयोजक अरुण चतुर्वेदी व प्रदेश उपाध्यक्ष नारायण पंचारिया ने सोनी को भाजपा का दुपट्टा पहनाकर सदस्यता ग्रहण करवाई।

चतुर्वेदी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश 2047 के विकसित भारत की ओर बढ़ रहा है।

पार्टी के बयान के अनुसार सोनी ने इस अवसर पर कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साधा।

सोनी ने आरोप लगाया कि गहलोत ने निजी एवं राजनीतिक स्वार्थ के चलते राज्य के लाखों युवाओं के साथ कुठाराघात किया।

उन्होंने कहा,’ गहलोत सरकार में जिन जिम्मेदारों पर भर्ती परीक्षा करवाने की जिम्मेदारी थी, उनका आचरण तक संदिग्ध रहा।’

सोनी भारतीय पुलिस सेवा के सेवानिवृत्त अधिकारी हैं।

 

गुरूग्राम प्रशासन ने चिंटेल्स पाराडाइसो के 'असुरक्षित' टावरों को गिराने का आदेश दिया

गुरूग्राम,
गुरूग्राम के जिला प्रशासन ने यहां सेक्टर 109 में चिंटेल्स पाराडाइसो परिसर में रहने के लिए असुरक्षित घोषित कर दिये गये पांच टावर को गिराने का आदेश जारी किया है।

 

उन्होंने बताया कि गुरूग्राम के उपायुक्त निशांत कुमार यादव द्वारा सोमवार को जारी किये गये आदेश में इस आवासीय सोसायटी में डी, ई, एफ, जी और एच टावर को गिराने की अनुमति दी गयी है।

यह आदेश बिल्डर द्वारा उपायुक्त को भेजे गये ई-मेल के जवाब में आया है। बिल्डर ने ई-मेल में उपायुक्त से इन टावर को गिराने के वास्ते वहां से लोगों को तत्काल हटाने एवं टावर खाली कराने की अनुमति मांगी थी।

ये टावर ऑडिट रिपोर्ट के आधार पर रहने के लिए असुरक्षित घोषित कर दिये गये थे। आईआईटी दिल्ली की एक टीम ने प्रशासन को यह ऑडिट रिपोर्ट सौंपी थी।

चिंटेल्स पाराडाइसो सोसायटी के टावर डी के छह तल 10 फरवरी, 2022 को आंशिक रूप से गिर गये थे जिससे दो महिलाओं की मौत हो गयी थी। तब से यह स्थान बिल्डर और इस सोसायटी के बाशिंदों के बीच विवाद का विषय बना हुआ है।

आदेश में कहा गया है, ''गुरूग्राम के सेक्टर 109 में मैसर्स चिंटेल पाराडाइसो प्राइवेट लिमिटेड नामक ग्रुप हाउसिंग सोसायटी के टावर डी, ई, एफ, जी और एच को गिराने की अनुमति दी जाती है। इसपर संबंधित विभागों की नीति/दिशानिर्देश लागू होंगे।''

यादव ने बिल्डर के ई-मेल के जवाब में कहा कि इस मामले पर अतिरिक्त उपायुक्त हितेश कुमार मीणा की अगुवाई तथा संबंधित विभागों के प्रतिनिधियों वाली समिति ने चर्चा की।

आदेश में कहा गया है, ‘‘यहां यह उल्लेख करना मुनासिब होगा कि यह इस अनुमति में उल्लेखित कार्य को संबंधित मान्य राज्य/ केंद्रीय कानून/ अधिनियम/ नीति से कोई छूट नहीं दी गयी है। इसके अलावा, संबंधित स्थल पर किसी भी चूक/ अनहोनी/ लापरवाही की स्थिति में आप पूरी तरह जिम्मेदार होंगे और उसके अनुसार प्रासंगिक कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, आप संबंधित अधिकारी/विभाग को अनुपालन के साथ पखवाड़ा रिपोर्ट सौंपेगे।''

मीणा ने टावर गिराने का आदेश जारी किये जाने की पुष्टि की है।