रायगढ़.
26 सितंबर की सुबह जूटमिल थाना क्षेत्र के अंतर्गत वार्ड नं. 30 बाजीराव पारा के गंधरी पुलिया के पास निवासी रमेश तिवारी (65) की उसके ही घर में खून से लथपथ लाश मिला थी। तीन दिनों तक पुलिस हर पहलुओं की जांच करते हुए आज आखिरकार इस मामले में रमेश तिवारी के घर में काम करने वाली बाई साधमती यादव के अलावा उसके बेटे दीपक यादव (37) के अलावा दीपक की पत्नी को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
बताया जा रहा है कि पुलिस इस ब्लाइंड मर्डर के मामले में अलग-अलग तरह से जांच कर रही थी। इसी दौरान पुलिस को मृतक के घर के पीछे थैले में धारदार हथियार के अलावा मृतक के कपड़े के अलावा सीसीटीवी कैमरे का डीवीआर मिला, जिसे जांच करने के बाद पुलिस को महत्वपूर्ण क्लू मिला, जिसके चलते पुलिस आरोपी तक पहुंच चुकी है। पुलिस के अनुसार कल शाम चार बजे पूरे मामले का खुलासा किया जाएगा। बताया जा रहा है कि आरोपी 25 सितंबर की रात 11 बजे रात पीछे के दरवाजे से चोरी की नियम से रमेश तिवारी के घर में घुसा था। इस दौरान आहट से रमेश तिवारी की नींद खुल गई जिसके बाद पकड़े जाने के डर से आरोपी ने हत्या की वारदात को अंजाम देकर वहां से फरार हो गया था।
पुलिस की कई टीम थी तैनात
मृतक की बेटी रीना शिवहरे ने बताया कि उन्हें आज भी यकीन नही हो पा रहा है उनके साथ यह घटना घटित हो चुकी है। आरोपी इतना नजदीक का होगा उन्हें जरा भी एहसास नही था। पुलिस की 10 टीमें सिविल डेªस में अलग-अलग पहलुओं पर जांच कर रही थी। रीना शिवहरे ने यह भी बताया कि वह मृतक की सबसे छोटी बेटी है और वह रायपुर से रायगढ़ पहुंची है। आरोपी दीपक यादव उनके परिवार का बहुत क्लोस था। वो मोहल्ले का ही रहने वाला है साथ में पले बढ़े हैं। इनका घर पहले हमारे घर के ही सामने था अभी ये लोग घर से कुछ दूरी पर दूसरी जगह पर रहते हैं।
आरोपी को मिले फांसी की सजा
आरोपी को पैसे की जरूरत इसलिये आरोपी ने उसके पिता की हत्या कर दी। अगर आरोपी को पैसे की जरूरत थी तो मांग लेता तो उसे मिल जाता। जिससे आज उनके पिता जिंदा रहते। तीन दिनों के भीतर हम लोगों ने रायगढ़ पुलिस काम देखा, बहुत ही बेहतरीन है यहां पुलिस, हम चाहते हैं आरोपी को फांसी की सजा हो।
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