नई दिल्ली
ओला इलेक्ट्रिक ने छोटे शहरों तथा कस्बों तक अपनी पहुंच बढ़ाने के लिए 2025 के अंत तक 10,000 बिक्री व सेवा आउटलेट स्थापित करने की घोषणा की।
इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन विनिर्माता ने कहा कि उसने एक नेटवर्क साझेदार कार्यक्रम शुरू किया है। इसका उद्देश्य ईवी क्रांति को छोटे तथा मझोले शहरों में ले जाना है, जिसमें ऐसे शहरी क्षेत्र भी शामिल हैं जहां इलेक्ट्रिक वाहनों की पहुंच अब भी कम है।
कंपनी ने बयान में कहा, इस पहल के तहत उसने समूचे भारत में अपनी बिक्री बढ़ाने के लिए 625 साझेदारों को अपने साथ जोड़ा है। इस साल त्योहारों से पहले कंपनी 1,000 साझेदार जोड़ने की योजना बना रही है।
ओला इलेक्ट्रिक के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक भाविश अग्रवाल ने कहा, ‘‘हमारा डी2सी (डायरेक्ट-टू-कंज्यूमर) मॉडल सतत व्यावसायिक वृद्धि को आगे बढ़ाने में बेहद सफल रहा है। नेटवर्क साझेदार हमारे डी2सी नेटवर्क के लाभ को और बढ़ाएगा, क्योंकि इसके लिए भागीदारों से सीमित पूंजी निवेश की आवश्यकता होती है और इसे बहुत तेजी से बढ़ाया जा सकता है।’’
ओला इलेक्ट्रिक 74,999 रुपये से लेकर 1,99,999 रुपये तक की कीमत वाले इलेक्ट्रिक स्कूटर तथा मोटर साइकिल बेचती है।
ओला इलेक्ट्रिक को हर महीने करीब 80,000 शिकायतें मिल रही हैं, जो कभी-कभी रोजाना 6,000 से लेकर 7,000 तक हो सकती हैं.
इन शिकायतों से निपटने के लिए, कंपनी ने बिक्री के बाद सर्विस ऑपरेशन पर विशेष ध्यान देने के साथ एक नई टीम तैयार की है. इस नई टीम में प्रोडक्शन और ऑपरेशन्स जैसे दूसरे विभागों के कर्मचारी शामिल हैं. ओला इलेक्ट्रिक ने अपनी स्थापना के बाद से 6,80,000 इलेक्ट्रिक स्कूटर बेचे हैं. कंपनी पूरे भारत में 430 सर्विस स्टेशनों के जरिए काम करती है. शिकायतों के बढ़ने के साथ, मरम्मत की वेटिंग पीरियड 30-45 दिनों तक बढ़ जाती है.
एक ग्राहक को अपने ई-स्कूटर को सही कराने के लिए 2-3 महीने तक सर्विस सेंटर में वेट करना पड़ रहा है. कंपनी ने कई मामलों में स्टैंड सेंसर जैसी समस्याओं का हवाला दिया, जिसे ठीक होने में 3 महीने लग गए. दूसरी समस्याओं में बैटरी फेल होना, रेंज में कमी और व्हील जाम होना जैसी अन्य समस्याएं भी इन शिकायतों का हिस्सा थीं. नजफगढ़ रोड पर स्थित दिल्ली सर्विस सेंटर को "स्कूटरों का कब्रिस्तान" करार दिया गया है. सेंटर में कर्मचारियों की भारी कमी है, मरम्मत के लिए केवल 4 सर्विस कर्मचारी हैं, जबकि 10 सर्विस टीमों की जरूरत है.
ग्राहकों की बढ़ती शिकायतों के साथ, कंपनी ने अगस्त 2024 में बताया कि उनके दोपहिया वाहनों की कम बिक्री की भी सूचना दी है. कंपनी की S1 सीरीज ने सबसे कम मासिक आधार पर बिक्री दर्ज की है. ये आंकड़ा जुलाई 2024 की तुलना में 34% गिरकर 27,506 यूनिट तक रह गया है.
इन तमाम खबरों के बीच इलेक्ट्रिक टू व्हीलर सेगमेंट में कंपनी की बाजार हिस्सेदारी भी पहले के 39% हिस्से से घटकर 31% रह गई. दूसरी ओर, चेतक ई-स्कूटर के साथ बजाज ऑटो (20% शेयर) और आईक्यूब (19% शेयर) के साथ टीवीएस मोटर की ओर से कंपनी जबरदस्त मुकाबला मिल रहा है.
बिक्री में गिरावट और ग्राहकों की शिकायतों के बावजूद, ओला इलेक्ट्रिक अपने भविष्य के प्रयासों में पूरी ताकत से लगी है. कंपनी ने अपनी पहली इलेक्ट्रिक मोटरसाइकिल रोडस्टर का एलान किया था, जिसे रोडस्टर प्रो, रोडस्टर और रोडस्टर एक्स वेरिएंट में पेश किया गया. यह e3W इलेक्ट्रिक ऑटो रिक्शा और इलेक्ट्रिक 3W कार्गो वाहन में पेश करेगा. कयास है कि इसे ओला राही कहा जा सकता है.
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